Tuesday, December 28, 2010

सांस लेने से तेरी याद आती है .!!
और न लेने से मेरी जान जाती है !!
कैसे कह दू कि सिर्फ साँसों से जिन्दा हूँ !!
              कम्बखत ये सांस भी तो तेरी याद के बाद आती है ॥!!
                         
            दुनिया से हर बाज़ी जीत कर मशहूर हो गए..............!!
इतना मुस्कराए के ............आंसू दूर हो गये..............!!!!
हम कांच थे........दुनिया ने हमको फ़ेंक दिया था........!!
मगर बिहारी जी के चरणों में आये तो कोहिनूर हो गये..!

क्या बोले कान्हा की धडकन
किसको ढूंढें कान्हा निधिवन
कौन चुराए कान्हा का चितवन
कौन समाया कान्हा के मन

किसको पुकारे मुरली की धुन
दौड़े कान्हा किसकी आहट सुन
वृन्दावन में गूंजे किसकी रुनझुन
ब्रज की भूमि गाये किसके गुण


इन सबका है एक ही जवाब
राधे राधे!!  राधे राधे  !!
राधे राधे!!  राधे राधे  !!
राधे राधे!!  राधे राधे  !!

Sunday, December 26, 2010

जय मंजुल कुन्ज निकुन्जन की, रस पुन्ज विचित्र समाज की जै जै ।
यमुनातट की मुरलीवट की, गिरिजेश्वर की गिरिराज की जै जै ॥
ब्रज गोपिन गोपकुमारन की, विपिनेश्वर के सुख साज की जै जै ।
ब्रज के सब संतन भक्तन की, ब्रजमण्डल की ब्रजराज की जै जै ॥
हमको इक राधे की आस इक राधे बिन श्याम ना माने, छोड़ बिरानी आस|१|
बिन राधे कोई सार ना लेवे, बूझत कभी ना प्यास|२|
राधे राधे जो कोई गावे, पाछे पाछे नटराज|३|
राधा बिन घनशयाम हैं आधा,'हरिदासी' विश्वास|४|

Saturday, December 4, 2010

खुशी भी श्री श्याम से है, गम भी श्री श्याम से है, तकरार भी श्री श्याम से है, प्यार भी श्री श्याम से है, रुठना भी श्री श्याम से है, मनाना भी श्री श्याम से है, बात भी श्री श्याम से है, मिसाल भी श्री श्याम से है,शाम भी श्री श्याम से है, जिन्दगी की शुरुआत भी श्री श्याम से है, जिन्दगी मे मुलाकात भी श्री श्याम से है, मौहब्बत भी श्री श्याम से है, इनायत भी श्री श्याम से है, काम भी श्री श्याम से है, नाम भी श्री श्याम से है, अरमान भी श्री श्याम से है, ख्वाब भी श्री श्याम से है